WTC Final 2023: अंतत: क्रिकेट में फील्ड अंपायरों द्वारा दिया जाने वाला सॉफ्ट सिग्नल का नियम खत्म होने वाला है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) जल्द ही इस नियम में परिवर्तन को लागू करने के लिए तैयार है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अगले महीने होने वाले विश्व टेस्ट फाइनल 2023 में कोई भी सॉफ्ट सिग्नल नहीं होगा।
आईसीसी अगले महीने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले इस नियम में बदलाव करेगी। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार इस नए नियम के बारे में दोनों डब्ल्यूटीसी फाइनलिस्ट टीमों भारत और ऑस्ट्रेलिया को सूचित कर दिया गया है। 7-12 जून को द ओवल में होने वाले फाइनल मैच से पहले इस नियम को खत्म कर दिया जाएगा।
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एक और नियम में होगा बदलाव?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 में अपर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश होने पर खेल के दौरान फ्लडलाइट्स को चालू किया जा सकता है, जो एक और महत्वपूर्ण बिंदु है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए एक आरक्षित दिन (छठा) भी होगा।
ऐसा पिछली बार भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान भी हुआ था। इसके अलावा सॉफ्ट सिग्नल नियम ने काफी विवाद उत्पन्न किया है। कईं बड़े दिग्गजों ने कहा है कि आईसीसी को सॉफ्ट सिग्नल के नियम से खत्म करना चाहिए। इस फैसले को पूरी तरह से तीसरे अंपायर के ऊपर छोड़ देना चाहिए।
ऑन-फील्ड अंपायर जब किसी निर्णय को तीसरे अंपायर के पास भेजता है, तो उसका निर्णय हमेशा सॉफ्ट सिग्नल पर केंद्रित होता है। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका टेस्ट के दौरान भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था। जिसके बाद इंग्लैंड के लाल गेंद के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस पर एक बयान दिया था।
क्या होता है सॉफ्ट सिग्नल? (WTC Final 2023)
आसान शब्दों में कहें तो, सॉफ्ट सिग्नल नियम के लिए ऑन-फील्ड अंपायर को निर्णय लेने की आवश्यकता होती है, भले ही वह इसके बारे में अनिश्चित हो, इसे तीसरे अंपायर के पास भेजने से पहले, जो कैमरे से स्पष्ट सबूत होने पर ही इसे पलट सकता है।
फुटेज उसे उपलब्ध करा दी गई है। नियम में बदलाव के अनुसार संदिग्ध कैच के मामले में अब तीसरे अंपायर का फैसला अंतिम होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने 2021 में आईसीसी के एक कार्यक्रम में इस विषय को उठाया था। जय शाह वर्तमान में आईसीसी क्रिकेट समिति में भी कार्य कर रहे हैं।
इसके बाद बेन स्टोक्स ने भी इस विषय को उजागर किया था। इंग्लैंड की टीम को पाकिस्तान के खिलाफ इसी तरह के विवादित फैसले से फायदा हुआ था जब पिछले साल एक टेस्ट मैच में सऊद शकील को आउट कर दिया गया था। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने भी दावा किया था कि सॉफ्ट सिग्नल के फैसले से उनकी टीम हार गई।